क्रिया (Verb)

क्रिया(Verb)

परिभाषा:- कत्र्ता द्वारा किसी कार्य के करने या होने का बोध कराने वाले शब्दों को क्रिया कहते हैं। क्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं। क्रिया के विभिन्न रूप किसी न किसी धातु से ही बनते हैं। जैसे:- लिख् धातु से-लिखना, लिखा, लिखूँगा ।

क्रिया के दो भेद होते हैं- सकर्मक(द्विकर्मक), अकर्मक(एक कर्मक)

 

(क) सकर्मक क्रिया:- जिन क्रियाओं में कर्म उपस्थित रहता है तथा जिसका फल कर्म पर पड़ता हो, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं। जैसे:- प्रश्न करने पर उत्तर मिले।

  • तुमने पानी मिया। -क्या पिया?
  • आकाश ने चित्र बनाया। –क्या बनाया?
  • निशा ने किताब पढ़ी। –क्या पढ़ा?

सकर्मक क्रिया में दो कर्म होते हैं – मुख्य कर्म, गौण कर्म

मुख्य कर्म- प्रश्न पूछने पर यदि उत्तर में निर्जीव वास्तु प्राप्त होती है तो वह मुख्य कर्म होता है।

  1. राम ने मोहन को पुस्तक दी। (क्या दिया? = पुस्तक),  (किसको? = मोहन को)
  1. साधु ने लोगों को प्रसाद दिया। (क्या दिया? = प्रसाद),  (किसको? = लोगो को)

क्रिया से जो संज्ञा बनती है उसे सजातीय कर्म कहते हैं।

 

(ख) अकर्मक:- अकर्मक क्रिया के साथ कर्म नहीं होता तथा उसका फल कत्र्ता पर पड़ता है। जैसे:- क्या + क्रिया = उत्तर न में हो।

  1. लड़की खाती है- क्या खाती है?
  2. वह आता है- कौन आता है?

 

क्रिया के कुछ अन्य भेद निम्नवत् हैं:-

1. सहायक क्रिया:- मूल क्रिया के अलावा कुछ प्रयुक्त अन्य क्रियापद सहायक क्रिया कहलाते हैं।

  • चोर भाग गया
  • स्त्री रोने लगी
  • वे पुस्तक पढ़ चुके

2. संयुक्त क्रिया:- जहाँ दो या दो से अधिक क्रियाओं का साथ-साथ प्रयोग हो।

  • पवन खाना खा चुका
  • मैंने पेट भर खा लिया
  • बादल घिर आये
  • आप बाहर निकल जाएं

3. अपूर्ण क्रिया:-जब कत्र्ता और क्रिया के रहते हुए भी क्रिया का पूरा अर्थ स्पष्ट नहीं होता तो वह अपूर्ण कहलाती है।

  • आज गर्मी है।
  • वह स्वस्थ था
  • गाँधी जी भारत के थे

4. पूर्वकालिक क्रिया:- जब कत्र्ता एक क्रिया को समाप्त कर दूसरी क्रिया करना प्रारम्भ करता है तब पहली क्रिया को पूर्वकालिक क्रिया कहते हैं। जैसे-

  • राम गिर कर बेहोश हो गया।
  • बच्चा पढ़ कर सो गया।
  • वह आकर पढ़ने लगा।

5. क्रियार्थक संज्ञा:- जब कोई क्रिया संज्ञा की भाँति व्यवहार में आती है तब उसे क्रियार्थक संज्ञा कहते हैं। जैसे:-

  • घूमना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
  • देश के लिए मरना वीर पुरूष की पहचान है।

 

6. तात्कालिक क्रिया:- इसमें एक क्रिया की समाप्ति के बाद ही दूसरी पूर्ण क्रिया होना पाया जाता है जैसे:-

  • हिमानी आते ही चली गई।
  • बच्चा खाते ही सो गया।