पदबंध (Phrase)
पदबंध को वाक्यांश भी कहा जाता है। कई पदों के योग से बने वाक्यांशों को, जो एक ही पद का काम करता है, पदबंध कहलाता है।
- नदी बह रही है।
 - राम ने रावण को मार गिराया।
 - भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी है।
 
पदबंध के प्रकार:-
1. संज्ञा पदबंध:- पदबंध का आखिरी या शीर्ष शब्द यदि संज्ञा हो और अन्य पद भी उसी पर आश्रित हो तो संज्ञा पदबंध कहलाता है। जैसे:-
- राजा दशरथ के चार पुत्र थे।
 - आसमान में पक्षी उड़ते हैं।
 
2. विशेषण पदबंध:- जो पदबंध वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता प्रकट करने का कार्य करते हैं वे विशेषण पदबंध कहलाते हैं। जैसे:-
- बच्चे जोर-जोर से चिल्ला रहे हैं।
 - मेरा घोड़ा बहुत फुर्तीला है।
 
3. सर्वनाम पदबंध:- वाक्य में सर्वनाम पद का कार्य करने वाले पदबंध सर्वनाम पदबंध कहलाते हैं। जैसे:-
- गरीबों पर दया करनी चाहिए।
 
4. क्रिया पदबंध:- क्रिया पदबंध में मुख्य क्रिया पहले आती है। उसके बाद अन्य क्रियाएँ मिलकर एक समग्र इकाई बनाती हैं। यह क्रिया पदबंध कहलाती है। जैसे:-
- राधा दूध पीकर सो गई।
 - वीना स्कूल चली गई।
 - वह बाजार से आया है।