उपसर्ग(Prefixes)
उपसर्ग:- उप + सर्ग का अर्थ है :- किसी शब्द के समीप आ कर नया शब्द बनाना जो शब्दांश शब्दों के आदि में जुड़कर उनके अर्थ में कुछ विशेषता लाते हैं वे उपसर्ग कहलाते हैं।
- शब्द के अर्थ में एक नई विशेषता आ जाती है, जैसे:- ज्ञान से विज्ञान।
 - शब्द के अर्थ में प्रतिकूलता उत्पन्न हो जाती है, जैसे:-योग से वियोग।
 - शब्द के अर्थ में कोई विशेष अन्तर नहीं आता, जैसे:- भ्रमण का परिभ्रमण।
 
हिन्दी में मुख्यतः 5 प्रकार के उपसर्ग हैं:-
- संस्कृत के उपसर्ग
 - हिन्दी के उपसर्ग
 - उर्दू के उपसर्ग
 - उपसर्ग की भाँति प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्यय
 - अंग्रेजी के उपसर्ग
 
संस्कृत:- अधि, अति, अप, अनु, निर, नि, आ, उप, अव, अभि, परा, प्र
हिन्दी:- अन, अ, उन, अध, कु, नि, भर, बिन, टु, चै, ति
उर्दू:- कम, अल, बा, दर, गैर, खुश, बे, ला, सर, पेश, बद़
उपसर्ग के समान प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्ययः- अधः, अंतः, अ, चिर, सत् , पुरा, सम, सह
अंग्रेजी के उपसर्ग:- सब, डिप्टी, चीफ, जनरल, वाइस, हाफ